26 March 2012

भारत की बंधक विदेश नीति

श्रीलंका में तमिलों के पुनर्वास के मामले में, लिट्टे के साथ चल रहे गृहयुद्ध के अंतिम दिनों में लंकाई सैनिकों द्वारा किए तथाकथित युद्धअपराध के मसले पर, भारत की भूमिका क्या होनी चाहिए? दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अमेरिका की जैसी हैसियत रखने वाला तथाकथित महाशक्ति हिंदुस्तान क्या अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभा पाया। इस मुद्दे पर भारत कूटनीतिक रूप से कितना सफल हुआ? इस संवेदनशील मामले में एमजे अकबर ने एक बढिय़ा आर्टिकल लिखा है, जिसमें भारत की बंधक बनी विदेश नीति का जिक्र है।
अकबर साहब की लेखन स्टाइल में अक्सर मुझे ज्यादा घुमाव नजर आता रहा है, लेकिन इस आर्टिकल में उनकी तर्जनी और मध्यमा के बीच अंतर कम है। मिडिल स्टम्प पर सीधी बॉल डाली है। यह आर्टिकल पढऩे यहां क्लिक कीजिए... http://www.bhaskar.com/ mj akbar
इस मुददे पर भास्कर के संपादकीय पर भी एक सटीक टिप्पणी छपी है। उसकी लिंक ये रही... http://www.bhaskar.com/editorial/

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