20 March 2012

निरोगी काया

कहा गया है पहला सुख निरोगी काया होती है। कहने का मतलब, यदि आपकी काया निरोगी नहीं है, तो भले ही चाहे तमाम सुख, पूरी दुनिया का ऐश्वर्य आपके पास हो, लेकिन वह किसी काम का नहीं रहेगा। अस्वस्थ शरीर के चलते आप उसका आनंद लेने की स्थिति में नहीं होंगे। बदकिस्मती से इस तथ्य को जानकर भी हम लोग नजरअंदाज करते हैं, शरीर की कभी कद्र नहीं करते। अपने आपको शामिल करते हुए यह बात कह रहा हूं। यह भी तो कहा गया है ना कि आदमी दूसरों के तजुर्बे से नहीं सीखता, खुद गड्ढे में गिरने पर ही उसे  समझ आती है। जब शरीर परेशान करता है, तब दवा-दारू और उपचार की जरूरत महसूस होती है। तब ख्याल आता है कि सेब खाना फायदेमंद है। तेल-मसालेदार, डीप फ्राई वाली चीजें नुकसानदेह है। सिगरेट-शराब नहीं पीना चाहिए। खैर, जब जागे, तब सवेरा..
. स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न जानकारियों, बीमारियों व उनके उपचार के लिए एक अच्छी वेबसाइट हाथ लगी है। उसकी लिंक ये रही...  http://upchar.blogspot.in/
इसी तरह के कुछ  और ब्लॉग्स की लिंक यहां नीचे दी जा रही है...
http://jkhealthworld.com/home.php

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