masti ka pyala
इस दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है भीतर की शांति... सबकुछ देकर भी यदि वह मिले तो ले लेना...
24 February 2012
शरीर
एक स्वस्थ शरीर आत्मा के लिए अतिथिशाला के समान है और अस्वस्थ शरीर बंदीगृह के समान।
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